Elite Global school जो कि पूर्व में Mount litera zee School के नाम से जाना जाता था व वर्तमान में Elite Global School Powerd By Shri Chetanya Techno School के नाम से जाना जाता है। पिछले कुछ समय से स्कूल में पढ़ रहे बच्चे वह उनके माता पिता स्कूल प्रशासन की मनमानी से परेशान है। माता पिता ने अपने बच्चों का एडमिशन इस स्कूल में zee स्कूल को देखकर किया था पर पिछले वर्ष पहले स्कूल ने zee स्कूल से अपनी फ्रेंचाइजी अचानक खत्म कर दी। अचानक हुए इस बदलाव के कारण माता-पिता व बच्चे काफी परेशान हए व बदलाव हुए 1 वर्ष ही हुआ था की स्कूल प्रशासन ने अपने स्कूल का मैनेजमेंट किसी अन्य बाहरी संस्थान के हाथों में सौंप दिया गया।
स्कूल द्वारा दसवीं के बाद कॉमर्स एवं आर्ट्स विषय नहीं होने के कारण कई माता-पिता पर अपने बच्चों के भविष्य को लेकर संकट गहरा गया वह मजबूरन उन्हें दूसरे स्कूलो के चक्कर लगा, हाथ जोड़ व जेक लगा कर अपने बच्चे का दाखिला अन्य स्कूल में कराना पड़ा।
अभी हाल ही में स्कूल द्वारा प्रशासन के आदेश के विरुद्ध बाजार से किताब खरीदने हेतु लिस्ट जारी नही की गई व स्कूल की वेबसाइट पर ही उच्ची रकम देकर बुकिंग कर किताबे मंगवाने हेतु बाध्य किया जा रहा है। स्कूल यूनिफॉर्म का भी यही हाल है वो भी बुकिंग पर स्कूल ही उपलब्ध कराएगा, मतलब हर चीज में स्कूल का चलेगा एक तरफा राज, कोई टोकने वाला नही, कोई पेरेंट्स कमिटी नही। स्कूल द्वारा किए गए लगातार इन बदलावो से माता पिता एवं बच्चे लगातार परेशान हैं।
प्राइवेट स्कूलो द्वारा हर साल एडमिशन फीस या किसी अन्य नाम से पलको से मोटी रकम वसूली जा रही है। जबकी स्कूल द्वारा टयूशन फीस के नाम से अच्छी खासी रकम पालकों से वसूली जा रही है।
माता पिता द्वारा दिया गया सुझाव : स्कूल प्रशासन की इस मनमानी को रोकने हेतु स्कूल में पेरेंट्स कमेटी का गठन किया जाए। कमिटी के गठन में हर कक्षा से एक पालक लिया जाए ( उदहारण : के तौर पर पहली कक्षा से एक पालक) जो की निष्पक्षता से स्कूल की मनमानी पर अंकुश लगा सके व स्कूल बिना पेरेंट्स कमिटी की सहमति के इस प्रकार के निर्णय नही ले सके।
- क्या बाहरी संस्थान व प्राइवेट स्कूल पर मप्र शासन व कलेक्टर द्वारा जारी आदेश लागू नही होता ?
- शिक्षा विभाग की आँखों पर किस चीज की पट्टी बंदी है ?
- क्या इनके लिए कोई अलग नियम अलग है ?
- क्या हर साल होता है बच्चो का स्कूल में एडमिशन ?
- क्या संवेदन शील कलेक्टर करेंगे स्कूल की मनमानी के खिलाफ कार्यवाही ?