आज का विचार में आज ख़ास , सन्सार की चकाचौंध दुनिया में हम कितने दूर निकल गए कि हमने रिश्तों को निभाते निभाते व अपनो को पाते पाते हमने ख़ुद को खो दिया : प्रिय पाठकों ? जीवन मे इंसान का सबसे सच्चा साथी उसका स्वास्थ्य होता है क्योंकि जिस दिन भी इंसान के स्वास्थ्य ने साथ छोड़ना शुरू किया बस उसी दिन से उसका हर रिश्ता बोझ बन जाता हैं ।
जीवन में रिश्तों का महत्व : सांसारिक जीवन में सभी रिश्ते एक दूसरे के बगैर नही चल सकते है । हर रिश्ता एक दूसरे के बगैर अधूरा है । आज के युग में क़लयुगी भेड़ियों ने कई पवित्र रिश्तों को तार तार कर दिया है । इंसान को चाहिए कि कोई भी रिश्ता बनानें में जल्दबाजी नही करें व इंसान को चाहिए कि वह रिश्ते को जीवन पर्यन्त निभाये । मेने जीवन में अक्सर देखा है कि मुसीबत के समय कोई भी साथ नही देता है ।
मुझ अब्दुल रशीद शेख़ रिटायर्ड टी आई इंदौर का कहना है कि
” जीवन में इंसान को अच्छे के बदले सरल बनना चाहिए । जीवन मे अच्छा इंसान आंखों तक पहुँच पाता है व सरल इंसान ह्रदय तक । जीवन मे लहरों का सुकून तो सबकों पसंद है , लेकिन तूफानों में कश्ती निकालने का मजा ही कुछ औऱ ही है “।
अब जीवन की सबसे बड़ी , सच्ची व ख़ास बात कि :–
1, सन्सार में सबसे बड़ा रिश्ता पति पत्नी का होता है व सबसे पवित्र रिश्ता भाई बहन का माना गया है ।
2, इंसान को चाहिए कि वह रिश्तों में कभी भी दरार नही आने दे क्योंकि रिश्तों को बनाने में जिंदगी निकल जाती है व जरा सी दरार आने पर रिश्ते टूटे कांच की तरह भरभराकर बिखर जाते है ।
3, जिंदगी में हम सभी ने अनुभव किया है कि जब तक कांच ( आईना ) फ़्रेश है अच्छा लगता है व उसके फूटने के बाद उसे कितना भी जोड़ों दरार रह ही जाती है । वही हाल रिश्तों का है एक बार टूटा तो फ़िर दरार रह ही जाती है ।
4, आज के युग में इंसान रिश्तों का महत्व ही नही समझता है वह अपनी भलाई के लिए हर रिश्तों को त्यागने के लिए हमेशा तैयार रहता हैं ।
5, सांसारिक जीवन में मानो तो हर रिश्ता रिश्ता है वर्ना क़लयुगी समय में कोई किसी का नही सब रिश्ता अधूरा अपना अपना है ।
6, है ईश्वर सांसारिक जीवन में हर रिश्तों को सही सलामत व जीवन पर्यन्त निभाने की हर इंसान में शक्ति दो ।
अब्दुल रशीद शेख़ पत्रकार पुलिस सर्विलांस , दबंग भोपाल न्यूज़ , दबंग केसरी व रिटायर्ड टी आई इंदौर 9827230419 जय हिंद जय भारत 🇮🇳