उद्योगपतियों ने जताया उद्योग प्रशासनिक अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों का आभार l संस्था प्रदेश सचिव उद्योग वरुण पोरवाल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित कर प्रदेश के पुराने ओद्योगिक क्षेत्र के विकास हेतु एक नीति गठन करने के लिए निवेदन किया l
रतलाम, मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रायसो से रतलाम ओद्योगिक क्षेत्र के विकास हेतु 12 करोड़ की राशि आवंटित करी गई है l संस्था द्वारा कई महीनों से प्रशासनिक अधिकारियों एवम् जनप्रतिनिधियों से यह गुहार लगाई जा रही थी lसंस्था सदस्यो ने विधायक काश्यप, सांसद डामोर, कलेक्टर नरेंद्रसिंह सूर्यवंशी एवं जिला उद्योग केंद्र प्रबंधक मुकेश शर्मा का आभार प्रकट किया lवर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र में बिजली ट्रिपिंग, सड़को व वर्षो से जल की समस्या हैl
संस्था सचिव वरुण पोरवाल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित कर प्रदेश के पुराने ओद्योगिक क्षेत्र के विकास हेतु एक नीति गठन करने के लिए निवेदन किया l
उद्योगपति वरुण पोरवाल ने बताया कि संपूर्ण प्रदेश में ऐसे औद्योगिक क्षेत्र जो लगभग 40-50 वर्ष पुराने हैं, उनके विकास हेतु एक नई उद्योग नीति बनाई जाए जिससे कि पुराने औद्योगिक क्षेत्रो का विकास होता रहे एवं जो उद्योग पिछले कई वर्षों से राज्य को राजस्व दे रहे हैं उनके साथ न्याय हो सके l पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हित हो जिसमें वर्षो पुराने औद्योगिक क्षेत्र को व्यवस्थित तौर पर बिजली,सड़क एवं पानी की सुविधा प्राप्त हो सके l वर्तमान में प्रदेश के कई पुराने औद्योगिक क्षेत्रो में इन सभी साधनों का अभाव है एवं अगर उपलब्ध भी है तो व्यवस्थित तौर पर उपलब्ध नहीं है l
पोरवाल ने बताया कि रतलाम ओद्योगिक क्षेत्र जो की 50 वर्षो से अधिक स्थापित होने के तत्पश्चात, आज भी रतलाम औद्योगिक क्षेत्र में जल की उपलब्धता नहीं है एवं सभी औद्योगिक इकाइयां बाहर से टैंकर के माध्यम से पानी खरीद कर अपना कार्य चलाती है, विद्युत केबल्स एवं डीपी अत्यधिक पुराने होने के कारण विद्युत प्रभाव भी निरंतर नहीं रहता है एवं ओसतन प्रीतिदिन तीन से चार बार ट्रिपिंग होती रहती है l इस वजह से उद्योगपतियों का प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान होता है l सड़क की उचित गुणवत्ता नही होने के कारण एवं समय समय पर मेंटेनेंस भी ठीक से नहीं होने से बार-बार सड़के खराब होती रहती है एवं कर्मचारियों , उद्योगपतियों व ग्राहकों को आने जाने हेतु असुविधा का सामना करना पड़ता है l नालियों की भी समस्या है l बरसात के समय उद्योगो के अंदर पानी भर जाता है जिससे बारिश के मौसम में लाखों रुपए का नुकसान प्रतिवर्ष उद्योगों को उठाना पड़ता है। रतलाम औद्योगिक क्षेत्र में कई ओद्योगिक इकाइयां अन्य देशों में निर्यात कर रही है एवं बाहर के देशों की कंपनियों के प्रतिनिधि यहां पर विजिट भी करते हैं एवं उद्योगपतियो द्वारा उनको आमंत्रित करना बड़ा ही असमंजस का विषय हो जाता है l
संस्था सदस्य उद्योगपति वरुण पोरवाल, संजय व्यास, ललित पटवा, संस्कार कोठारी आदि ने निवेदन किया की यह 12 करोड़ की राशि विकास कार्यों पर खर्च कर रतलाम ओद्योगिक क्षेत्र को प्राथमिक तौर पर बिजली के निरंतर प्रवाह हेतु नई केबल लाइन, डायट्रिब्यूशन बोक्सेस, डीपी,आदि पर खर्च कर निरंतर विद्युत प्रवाह संचालित हो सके एवं सड़को का निर्माण किया जाए तो उद्योगों का हित हो सकेगा l