जियेंगे तो श्रीराम के लिये मरेंगे तो श्रीराम के लिए : श्री पटेल
रतलाम 22 जनवरी । ये धरती श्रीराम की है, हम जियेंगे तो श्रीराम के लिये मरेंगे तो श्रीराम के लिये। उन्होने कहा कि 500 वर्षो के बाद हमारी पीढ़ी को श्रीराम मंदिर का सौभाग्य मिला है। उक्त उद्गार महापौर माननीय श्री प्रहलाद पटेल ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पैलेस रोड़ राजमहल के मुख्य द्वार पर 21 जनवरी रविवार को आयोजित ‘‘एक शाम राम के नाम’’ के अवसर पर व्यक्त किये। ‘‘एक शाम राम के नाम’’ कार्यक्रम में अपार जनसमुह के सम्मिलित होने पर उनका आभार व्यक्त किया।
22 जनवरी हिन्दू संस्कृति का गौरव दिवस : श्री काश्यप
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री म.प्र. शासन एवं विधायक रतलाम शहर माननीय श्री चेतन्य जी काश्यप ने 22 जनवरी का दिन हिन्दू संस्कृति का गौरव दिवस है, प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र जी मोदी अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कर हिन्दू समाज का गौरव बढ़ायेंगे।
आयोजित कार्यक्रम में कारसेवकों का सम्मान किया गया। ‘‘एक शाम राम के नाम’’ कार्यक्रम की शुरूआत राजमहल के मुख्य द्वार पर स्थित हनुमानजी के मंदिर पर माल्यार्पण की गई। कार्यक्रम की शुरूआत जैन पब्लिक स्कूल के नन्हे-मुन्हे विद्यार्थियों ने गीतो पर आधारित रामलीला का सजीव चित्रण किया इसके बाद संत मीरा कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा शबरी के राम की मन मोहक प्रस्तुति दी साथ ही स्थानीय कलाकार किरण चौहान श्रीराम के भजनों की प्रस्तुति दी।
दिल्ली के कलाकारों द्वारा, श्री राम दरबार, सिंदूरी हनुमान जी ( सिंदूर की महिमा ) एवं वानर सेना सहित बाहुबली हनुमान जी की अद्भुत एवं आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई जिसे देख दर्शक आनंदित हो गए एवं दिल्ली से आए भजन गायक कमलेश ने जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे, मोहे चढ़ गया भगवा रंग, मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएंगे जैसे भजनों पर दर्शकों को नाचने पर विवश कर दिया साथ ही पूरे परिसर का वातावरण राम मय कर दिया।