जलकार्य एवं सीवरेज सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
महापौर श्री प्रहलाद पटेल के निर्देशानुसार जलकार्य एवं सीवरेज सलाहकार समिति की बैठक समिति प्रभारी श्री भगतसिंह भदौरिया की अध्यक्षता में समिति कक्ष में संपन्न हुई। आयोजित बैठक में समिति द्वारा एकमत से अनुशंसा की गई कि नगर के प्रत्येक नागरिक को पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति हो इसका विशेष ध्यान रखा जाये साथ ही तकनीकि कारणों से पेयजल आपूर्ति बाधित होती है तो पेयजल आपूर्ति के निर्धारित समय से नागरिकों को अवगत कराया जाये ताकि उन्हे किसी प्रकार की परेशानी ना हो। बैठक में बताया कि नगर के अधिकांश वार्डो में पेयजल आपूर्ति के प्रारंभ में नलों से गंदा पानी आता है उसके निदान हेतु नगर के प्रत्येक वार्ड में सर्वे करें कि विच्छेद नल संयोजन नाले-नालियों में तो नहीं है, सीवरेज का पानी तो मिक्स नहीं हो रहा है यदि ऐसा हो रहा है तो उसका निदान किया जाये इस पर समिति सदस्यों ने एकमत से अनुशंसा की।
इसके अलावा कई स्थानों पर पानी की पाईप लाईन के उपर सीवरेज की लाईन बिछा दी गई है जिससे सीवरेज का पाईप या चैम्बर लीकेज होने साथ ही पानी की पाईप लाईन लीकेज होने पर सीवरेज का गंदा पानी पेयजल की पाईप लाईन मे मिक्स होता है इस हेतु सीवरेज व पानी की पाईप लाईन अलग-अलग की जाये साथ ही धोलावाड़ की मुख्य पाईप लाईन के लीकेज व अवैध कनेक्शनों को विच्छेद किया जाये इस पर भी समिति द्वारा एकमत से अनुशंसा की गई। आयोजित बैठक में समिति द्वारा अनुशंसा की गई कि नगर के ऐसे क्षेत्र जहां पानी की पाईप लाईन का अभाव है ऐसे क्षेत्रों को अमृत 2.0 में शामिल कर पाईप लाईन बिछाने का कार्य किया जाये।
सामान्य प्रशासन सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
महापौर श्री प्रहलाद पटेल के निर्देशानुसार सामान्य प्रशासन सलाहकार समिति की बैठक समिति प्रभारी श्री धर्मेन्द्र व्यास की अध्यक्षता में समिति कक्ष में संपन्न हुई। आयोजित बैठक में कहा गया कि प्रायः यह देखने में आता है कि कर्मचारी एवं अधिकारी अपनी मर्जी से कार्यालय में आते है व जाते है, इस बाबत् निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा व सामान्य प्रशासन समिति प्रभारी श्री धर्मेन्द्र व्यास द्वारा निगम के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान कई कर्मचारी अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित पाये गये इस हेतु समिति द्वारा अनुशंसा की गई की नगर निगम में कार्यरत् प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी कार्यालयीन समय में अपने कर्तव्य स्थल पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें ताकि नागरिक एवं जनप्रतिनिधियों को नगर निगम से संबंधित कार्य करवाने में किसी प्रकार की परेशानी ना आये। शासन द्वारा भी कार्यालयीन समय प्रातः 10 से सांय 6 बजे का समय भी निर्धारित किया गया है उसकी पालना की जाये। समिति द्वारा यह भी अनुशंसा की गई कि ऐसे कर्मचारी जो कि तीन वर्ष से अधिक समय से पदस्थ है उनका नियमानुसार स्थानांतरण किया जाये ताकि नगर निगम के कार्य सुगमता से संपादित हो सकें।