रतलाम 7 जून । प्राचीन बावड़ी एवं कुएं हमें विरासत में मिले है, विरासत में मिले प्राचीन जल स्त्रोतों को सहेजना तथा साफ स्वच्छ रखना हम सभी का दायित्व है, रियासत काल में इन्ही जल स्त्रोतों से पेयजल उपलब्ध होता था। उक्त उद्गार निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत उंकाला रोड़ स्थित औदिच्य ब्राम्हण समाज धर्मशाला के समीप स्थित बावड़ी की साफ-सफाई के अवसर पर व्यक्त किये।
जलकार्य एवं सीवरेज समिति प्रभारी श्री भगतसिंह भदौरिया ने इस अवसर पर कहा कि जिस तेज गति से हम भू-जल का दोहन कर रहें है उससे भू-जल स्तर गिरता जा रहा है। भू-जल स्तर को बढ़ाना अति आवश्यक है इस हेतु नागरिक अपने भवनों में वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना जरूर करें। निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट ने इस अवसर पर कहा कि जल और पर्यावरण को बचाने के लिए नगर निगम तो अपना कार्य कर ही रही है, नागरिकों का भी दायित्व है कि वे जल का उपयोग मितव्ययिता से करें व पौधो का रोपण अवश्य करें।
निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा, जलकार्य एवं सीवरेज समिति प्रभारी श्री भगतसिंह भदौरिया, निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट, भाजपा जिला कार्यालय मंत्री श्री मनोज शर्मा, क्षेत्रिय पार्षद श्रीमती उमा डोई, पार्षद प्रतिनिधि श्री रामचन्द्र डोई, निगम अधिकारी सर्वश्री जी.के. जायसवाल, सुहास पंडित, अनवर कुरेशी, बी.एल. चौधरी, ए.पी. सिंह, कार्यालय अधीक्षक श्री गोपाल झालीवाल, उपयंत्री, झोन प्रभारी सहित निगम कर्मचारी तथा नागरिकों ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत उंकाला रोड़ स्थित औदिच्य ब्राम्हण समाज धर्मषाला के समीप स्थित बावड़ी की साफ-सफाई का कार्य किया साथ ही बावड़ी परिसर में पौधो का रोपण किया।