रतलाम 13 जून । पानी का महत्व रेगिस्तान के लोगो से अधिक कौन जान सकता है, रेगिस्तान में पानी का महत्व इतना है कि उसकी एक-एक बूॅंद बचाने भरपुर प्रयास किया जाता है, क्योंकि जल के बिना जीवन की कल्पना मुश्किल है। उक्त उद्गार निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा ने हाथीखाना राजपूत धर्मशाला के सामने स्थित मोती कुंज व नगर निगम तिराहे स्थित दो मुंह की बावड़ी की सफाई व पौधा रोपण के दौरान व्यक्त किये।
उन्होने कहा कि आज गांव व शहरों में सरकारी जल प्रदाय योजनाओ से घर बैठे ही जल प्राप्त हो रहा है वह भी नाम मात्र के मूल्य पर और बिना किसी कठिनाई के इसलिये पानी के महत्व को नहीं समझा जाकर बर्बाद किया जा रहा है। नागरिकों को पानी का महत्व समझते हुए जल की बचत करना होगी साथ ही हमारे प्राचीन जल स्त्रोत कुएं, बावड़ी, तालाब जो कि पूजनीय है उन्हे भी सहेजना होगा।
क्षेत्रिय पार्षद श्रीमती हीना-उत्सव मेहता ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान में भीषण गर्मी प्रकृति का संदेश है कि हम जल व पर्यावरण का संरक्षण करें आज नहीं जागे तो बहुत देर हो जायेगी इसलिये नागरिक पेयजल का उपयोग मितव्ययिता से करें व कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें।
निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा, क्षेत्रिय पार्षद श्रीमती हीना-उत्सव मेहता, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष श्री हार्दिक मेहता के अलावा सर्वश्री श्री अपित, आशीष जैन, चमन मारू, पंकज, अमरेशवर महादेव मंदिर समिति के पदाधिकारी, निगम अधिकारी सर्वश्री जी.के. जायसवाल, सुहास पंडित, अनवर कुरेशी, बी.एल. चौधरी, ए.पी. सिंह, कार्यालय अधीक्षक श्री गोपाल झालीवाल, उपयंत्री, झोन प्रभारी सहित निगम कर्मचारी तथा नागरिकों ने बावड़ियों की सफाई के कार्य में श्रमदान किया साथ ही अमरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पौधा रोपण किया।