सकल दिगंबर जैन महिला मंडल द्वारा आयोजित एक तारीख से चल रहे जैनम बाल युवा शिविर में आज बच्चों को सर्वप्रथम देव वंदना करने के बाद मुनिराज के 22 परिषद समझाएं गए सामायीक प्रतिक्रमण व ईर्या समिति पढ़ाई गई । मंडल अध्यक्ष निविता गंगवाल द्वारा जैन धर्म की सबसे महत्वपूर्ण क्रिया जल गालन विधि भी समझाई गई। जयदीप शास्त्री व अभिषेक शास्त्री द्वारा 6 लेश्या का वर्णन किया गया । तत्पश्चात ओम प्रकाश अरिहंत मोठिया परिवार द्वारा बच्चों को स्वल्पाहार कराया गया व जयंत जैन ने बच्चों को गलना उपहार में दिए । प्रीति गोधा व नेहा अग्रवाल ने बताया कि बच्चों में बचपन से संस्कारों के बीजारोपण के उद्देश्य से आज सर्वप्रथम माता-पिता द्वारा मंत्र उच्चारण विधि से बच्चों के जैनत्व संस्कार किए गए फिर बच्चों ने अपने माता-पिता की चरण वंदना की जिसमें बड़जात्या परिवार की तीन पीढ़ी ने मिलकर मातृ पितृ वंदन किया। सभी समाज जन बढ़ चढ़कर अपनी उपस्थिति प्रदान की। शिविर में सिर्फ बच्चों की धार्मिक ही नहीं बल्कि जीवन पर्यंत उपयोगी शिक्षाएं और संस्कार भी दिए जा रहे हैं बच्चों को दान धर्म सीखने के उद्देश्य से भूपेंद्र मोठिया ने बच्चों को मिट्टी की गुल्लक भेंट की । कार्यक्रम में विशेष निर्देशन अर्पण गंगवाल, संजय गोधा, मनोज अग्रवाल ने दिया। रवि मोठिया ,कमलेश गोधा, सलोनी बड़जात्या ,राधा पोरवाल, साधना पाटनी, अर्पिता पाटनी आदि उपस्थित रहे।