अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। शहर के दोनों तरफ के क्षेत्रों के उचित एकीकरण के साथ स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। शहर के समग्र शहरी विकास के संपूर्ण दृष्टिकोण से संचालित इंटीग्रेटेड एप्रोच, रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित स्टेशन भवन का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
माननीय प्रधानमंत्रीश्री नरेन्द्र मोदी 6 अगस्त, 2023 को 11.00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत भारतीय रेल के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। ये 508 रेलवे स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं, जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश और राजस्थान प्रत्येक राज्य में 55 स्टेशन, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन, गुजरात और तेलंगाना प्रत्येक राज्य में 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु प्रत्येक राज्य में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 स्टेशन और शेष स्टेशन अन्य राज्यों में हैं। इन स्टेशनों को 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा।
508 रेलवे स्टेशनों में से 23 स्टेशन पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में हैं, जिनमें अहमदाबाद मंडल के नौ स्टेशन, वडोदरा मंडल के छह स्टेशन, भावनगर के तीन स्टेशन तथा राजकोट एवं रतलाम मंडल के दो-दो स्टेशन, जबकि मुंबई सेंट्रल मंडल का एक स्टेशन शामिल है।
- इन स्टेशनों की सूची इस प्रकार है:
- मुंबई सेंट्रल मंडल: संजान
- वडोदरा मंडल: भरूच, मियागाम करजन, विश्वामित्री, डभोई, डेरोल और प्रतापनगर
- अहमदाबाद मंडल: विरमगाम, असारवा, पालनपुर, कलोल जं., न्यू भुज, भचाउ, पाटन, हिम्मतनगर और ध्रांगध्रा
- भावनगर मंडल: सावरकुंडला, बोटाद जं. एवं केशोद
- राजकोट मंडल: सुरेन्द्रनगर एवं भक्तिनगर
- रतलाम मंडल: देवास एवं चंदेरिया