रतलाम में जैन समाज द्वारा फिल्म द लेगेसी आफ जिनेश्वर का किया गया जिससे रतलाम के सिनेमाघर में मुवी रिलीज नही होगी। 19 अप्रैल को उक्त पिक्चर गायत्री सिनेमाघर में रिलीज होना थी जिसका जैन समाज द्वारा पुरजोर विरोध किया गया। विरोध का कारण पुछने पर सुमीत समीरमलजी तलेरा द्वारा बताया गया कि उक्त मुवी जैन समाज की आस्था के केन्द्र भगवान महावीर पर बनाई गई है जिसमें भगवान का किरदार एक सामान्य कलाकार जो पर्दे पर कुछ ओर तथा पर्दे के पीछे कुछ ओर होता है द्वारा निभाया जा रहा है। भगवान तो निरंजन निराकारी है, कोई विकारी मनुष्य कैसे उनके चरित्र को अभिनीत कर सकता है। यह फिल्म जैन समाज की भावनाओं को आहत करने वाली हैं। श्री तलेरा ने सेंसर बोर्ड से भी अपील की है कि भविष्य में बनने वाली मुवी को धर्म से दूर रखा जाए चाहे वह किसी भी धर्म की क्यों न हो।
उक्त विरोध में राज जी लूनिया, प्रकाश जी लोढ़ा, धर्मेंद्र जी रांका, अमृत जी जैन आदि समाजजनो की सराहनीय भूमिका रही।