हाकिमवाड़, रत्नेश्वर व स्टेशन रोड़ थाने की बावड़ी की हुई साफ सफाई
रतलाम 11 जून । ‘‘जल है तो कल है’’ इसके बावजूद जल को बेवजह बर्बाद किया जाता है हमें यह नही भूलना चालिये कि जल संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है। जल बिना सुरहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती। उक्त उद्गार निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा ने हाकिमवाड़ा, रत्नेश्वर तथा स्टेशन रोड थाने के पीछे बावड़ी की साफ-सफाई के अवसर पर व्यक्त किये। उन्होने कहा कि दैनिक जीवन के सभी कार्यो हेतु जल की आवश्यकता होती है। जल पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमूल्य संसाधन है इसलिये इसका उपव्यय नहीं करना चाहिये।
निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट ने इस अवसर पर कहा कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है देष के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही हैं प्रतिवर्श यह समस्या पहले के मुकाबले और बढ़ती जा रही है। धरती का लगभग तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है, किन्तु इसमें से 97 प्रतिशत पानी खारा है जो पीने योग्य नहीं ही पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3 प्रतिशत है इसमें से 2 प्रतिशत पानी ग्लेशियर एवं बर्फ के रूप में है इस प्रकार मात्र 1 प्रतिशत पानी ही मानव के उपयोग के लिए उपलब्ध है इसलिये हमें पानी और पर्यावरण के संरक्षण हेतु जागरूक होना होगा।
प्रारंभ में निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा, निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट, निगम अधिकारी एवं कर्मचारी तथा नागरिकों ने हाकिम वाड़ा, रत्नेश्वर तथा स्टेशन रोड थाने के पीछे स्थित मनकामनेष्वर महादेव मंदिर बावड़ी की सफाई में श्रमदान किया।
इस अवसर पर निगम अधिकारी सर्वश्री जी.के. जायसवाल, सुहास पंडित, अनवर कुरेशी, बी.एल. चौधरी, ए.पी. सिंह, कार्यालय अधीक्षक श्री गोपाल झालीवाल, उपयंत्री, जोन प्रभारी सहित निगम कर्मचारी तथा नागरिक उपस्थित थे।