रतलाम 22 अप्रैल। सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ में तपस्वियों का जमावडा शुरू हो गया है। बुधवार को यहां श्रमणसंघीय प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनिजी मसा एवं अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी मसा की निश्रा में अक्षय तृतीया वर्षीतप पारणा महोत्सव का भव्य आयोजन होगा। इसमें रतलाम और मालवा-निमाड के अलावा राजस्थान महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ के विभिन्न स्थानों के तपस्वी शामिल होंगे।
शनिवार को श्री सौभाग्य तीर्थ में दो दिवसीय महोत्सव आरंभ हो गया। इसमें सुबह प्रवचन देते हुए प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनिजी मसा ने कहा कि सोना, हीरे-जवाहरात आदि सभी के मूल में मिटटी है। ये मिटटी से निकलते है लेकिन जो सोना शुद्ध हो जाता है, उसी की संसार में कीमत होती है। अशुद्ध की कोई कीमत नहीं है। अनादिकाल से आत्माएं भी घूम रही है, लेकिन उनकी कीमत नहीं होती। कीमत उसी आत्मा की होती है, जो तप-आराधनाएं कर उपर की और जाती है। उपर की और जाने वाली आत्मा तप से शुद्ध होकर पूज्यनीय बन जाती हैं।
प्रवर्तकश्री ने प्रवचन में कहा कि आत्मा को उच्चता देने लिए भाव शुद्ध होना जरूरी है। भाव जितने शुद्ध होते है, जीव उतना आगे बढता है। राग-द्धेष से भरा व्यक्ति कभी मोक्ष में नहीं जाता, इसलिए परमात्मा ने निर्विकार रहकर भक्ति करने का मार्ग दिखाया है। भगवान की वाणी मनोरंजन के लिए नहीं होती, अपितु आत्मा को जगाने के लिए होती है। इसके माध्यम से प्रत्येक मनुष्य को राग-द्वेष से मुक्त होने का प्रयास करना चाहिए।
प्रवर्तक श्री ने कहा कि तप आराधना का एकमात्र लक्ष्य कर्मो की निर्झरा होनी चाहिए। तपस्वी भाई-बहन पुण्यों के बंधन में नहीं बंधे और कर्मों के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्ति का लक्ष्य रखे। अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी मसा ने इस मौके पर कहा कि जो व्यक्ति क्रोध, लोभ, मोह, माया का त्याग करना चाहता है, वहीं तप और त्याग करता है। वर्षीतप की दीर्घ तपस्या करने वाले सभी तपस्वी वंदनीय है। उन्होंने सोच उंची रखकर तप के मार्ग पर अग्रसर होने का आव्हान किया। इस मौके पर लाभार्थी परिवार की अंजु बहन गंग और प्रिया बहन गंग ने धर्म-आराधना के लिए प्रेरणास्पद प्रस्तुति दी। संदीप चौरडिया ने महोत्सव के अंशधारकों की जानकारी दी।
श्री संघ के प्रकाश मूणत ने सौभाग्य तीर्थ में आयोजित पारणा महोत्सव के 23 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्री धर्मदास जैन मित्र मण्डल ट्रस्ट, श्री सौभाग्य जैन साधना एवं जनकल्याण न्यास,, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मण्डल, श्री सौभाग्य प्रकाश युवक मण्डल, श्री सौभाग्य महिला मण्डल, श्री सौभाग्य अणु बहु मंडल, श्री सौभाग्य अणु भक्त मंडल एवं श्री सौभाग्य प्रकाश बालिका के तत्वावधान में वर्षीतप पारणा महोत्सव का आयोजन लाभार्थी मधुबाला-दिलीपकुमार गंग परिवार ने किया है। इसमें अभिग्रहधारी श्री राजेशमुनिजी मसा, सेवाभावी श्री राजेन्द्र मुनिजी मसा, श्री दर्शनमुनिजी मसा एवं श्री जिज्ञासा श्रीजी मसा सहित 75 से अधिक आराधक वर्षीतप की दीर्घ तपस्या पूर्ण कर पारणा करेंगे। कार्यक्रम का संचालन रखब चत्तर ने किया।